लखनऊ : गन्ना अनुसंधान परिषद (शाहजहांपुर) लंबे समय से अनुपस्थित दो कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई है । चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने समीक्षा बैठक के दौरान लापरवाही के चलते कुछ कर्मचारियों पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि, काम के प्रति लापरवाह कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। इसपर यूपीसीएसआर के निदेशक ने बताया कि, सरकार के निर्देशों का पालन किया जा रहा है और दो कर्मचारीयों को बर्खास्त किया गया है।
गन्ना अनुसंधान परिषद की समीक्षा बैठक में भूसरेड्डी ने गन्ने की खेती में रसायनों के उपयोग को कम करने और पर्यावरण सुरक्षित खेती को बढ़ावा देने के लिए जैव उत्पाद के अधिकतम उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने वैज्ञानिकों से कहा कि, पाउडर फार्म के साथ-साथ तरल जैव उत्पादों का उत्पादन भी शुरू किया जाए, ताकि किसान इसका आसानी से उपयोग कर सकें। उन्होंने रेड रोट रोग के प्रबंधन के लिए ट्राइकोडर्मा जैव उत्पाद और बोरर कीड़ों के नियंत्रण के लिए ट्राइकोकार्ड का उत्पादन बढ़ाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर विशेष सचिव यू.पी. शासन डॉ. रूपेश कुमार, निदेशक उ.प्र. गन्ना अनुसंधान परिषद शाहजहांपुर, वी.के. शुक्ला सहित सभी केंद्रों के प्रभारी व वैज्ञानिक मौजूद रहे।