उत्तर प्रदेश: 2017-2020 के मध्य गन्ना किसानों को 1 लाख करोड़ से अधिक का रिकार्ड गन्ना भुगतान किया गया

लखनऊ: प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में वर्तमान सरकार के गठन के उपरान्त मा. मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, श्री सुरेश राणा के दिशा-निर्देशों में प्रदेष के गन्ना किसानों के भुगतान को प्राथमिकता पर रखते हुये 2017-2020 के मध्य अब तक गन्ना किसानों को रू.1,00,000 करोड़ से अधिक का भुगतान कराया गया है।

यह जानकारी देते हुये प्रदेष के मा. मुख्यमंत्री ने आज 5-कालीदास, मार्ग स्थित मुख्य मंत्री आवास पर आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में बताया कि 2017-2020 के मध्य गन्ना किसानों के हित में किये गये अथक प्रयासों के फलस्वरूप रू.1,00,000 करोड़ से अधिक का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान सम्भव हो सका, यह भुगतान इससे पूर्व के 03 वर्षो के सम्मिलित गन्ना मूल्य भुगतान रू.53,367 करोड़ से भी रू. 46,633 करोड अधिक है। उन्होंने यह भी बताया कि 2017-2020 के मध्य गन्ना किसानों को किया गया यह गन्ना मूल्य भुगतान 2012-2017 के शासन काल के कुल गन्ना मूल्य भुगतान रू.95,215 करोड़ से भी रू.4,785 करोड़ अधिक है। यह भी उल्लेखनीय है कि 2012-2017 के मध्य का भी रू.4,466 करोड़ का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान भी 2017-2020 के मध्य ही कराया गया है।

मा. मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग कोरोना महामारी की इस देशव्यापी विभीषिका के दौरान भी गन्ना किसानों के आर्थिक हितों की रक्षा हेतु प्रतिबद्ध है तथा इसी प्रतिबद्धता को निभाने की कड़ी में लाॅकडाउन की अवधि के दौरान जब प्रदेष एवं देष के अधिकतर उद्योग बन्द रहे तब केवल उत्तर प्रदेष की चीनी मिले अनवरत संचालित रही जिससे कृषकोे के गन्ने की आपूर्ति निर्बाध रूप से चीनी मिलों को हो सकी। कोरोना महामारी की विभीषिका के दौरान लाॅकडाउन की अवधि मे चीनी की बिक्री नगण्य होते हुए भी रू.5,953 करोड़ का गन्ना मूल्य भुगतान गन्ना किसानों को किया गया। वर्तमान पेराई सत्र 2019-20 में प्रदेश की चीनी मिलों द्वारा रिकाॅर्ड 1,116 लाख टन गन्ना पेराई एवं रिकाॅर्ड 126.5 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया। उक्त पेराई एवं चीनी उत्पादन प्रदेश के इतिहास में सर्वाधिक है।

कार्यक्रम के दौरान मा. गन्ना मंत्री श्री सुरेष राणा ने अपने सम्बोधन में बताया कि गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान कराया जाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदेष सरकार गन्ना किसानों के आर्थिक हितों के संवर्धन तथा सर्वागींण विकास के लिये कृतसंकल्प है।

श्री भूसरेड्डी ने बताया कि मा. मुख्यमंत्री द्वारा इस संक्षिप्त कार्यक्रम के दौरान वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेष के विभिन्न जिलों के गन्ना किसानों से गन्ना मूल्य भुगतान आदि के सम्बन्ध मे फीडबैक वार्ता भी की गयी। मा. मुख्यमंत्री द्वारा जिला मुजफ्फरनगर के गन्ना किसान श्री अरविन्द मलिक, मेरठ के श्री विनोद सैनी, सम्भल के श्री सुधीर त्यागी, पीलीभीत के श्री हरिओम गंगवार, लखीमपुर खीरी के श्री पलविन्दर सिहं, अकबरपुर के श्री अवनेन्द्र वर्मा, गोण्डा के श्री अनिल चन्द पाण्डये, गोरखपुर के श्री रामसूरत मौर्या तथा कुषीनगर के श्री देवेन्द्र राय आदि से वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से संवाद स्थापित किया गया। वार्ता के दौरान गन्ना कृषकों द्वारा प्रदेष सरकार द्वारा लाॅकडाउन की अवधि मे भी गन्ना कृषकों के व्यापक हित मे सभी चीनी मिलों को संचालित रखनें हेतु एंव उक्त अवधि मे गन्ना मूल्य भुगतान की निरन्तरता बनाये रखने हेतु मा. मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया।

मुख्य मंत्री आवास पर आयोजित इस संक्षिप्त कार्यक्रम मे मा. मंत्री चीनी उद्योग एंव गन्ना विकास, श्री सुरेष राणा, मा. राज्य मंत्री, चीनी उद्योग एंव गन्ना विकास श्री सुरेष पासी तथा मुख्य सचिव, श्री आर.के. तिवारी, अपर मुख्य सचिव गण में श्री अवनीश अवस्थी, श्री एस.पी. गोयल, एवं श्री संजय आर. भूसरेड्डी, के साथ अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के संबंध में स्वास्थ्य विभाग तथा प्रदेष सरकार द्वारा सोषल एवं फीजिकल डिस्टेन्सिंग के संबंध में निर्गत दिषा-निर्देषों का अनुपालन भी किया गया।

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