मेरठ : गन्ने की खेती के लिए पहचाने जाने वाले मोरना क्षेत्र के किसान अब गन्ना फसल से दूरी बनाते और गेंदा फूल की खेती करते नजर आया रहे हैं। अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, खाईखेड़ी में गेंदा फूल की फसल किसानों को भाने लगी है। कम समय में अधिक मुनाफा किसानों को मिल रहा है। बंपर पैदावार होने से उत्साहित होकर किसान अगली गेंदा की फसल बुवाई की तैयारी में जुटे हैं। किसानों का कहना है कि, फूल की खेती का अनुभव बेहतर रहा है। किसान अक्षय ने बताया कि उनके पास 12 बीघा जमीन है। तीन वर्ष पहले गन्ने की फसल से मोह भंग होने पर उन्होंने छह बीघा में गेंदे की फसल अप्रैल माह में की बुवाई थी। फसल ने हाल में अच्छा मुनाफा दिया। इसके बाद दूसरी बार नवंबर में बुवाई करने के बाद मार्च में खत्म हो जाती है।
गेंदा की फसल बुवाई पर प्रति बीघा दस हजार रुपये तक की लागत आई। 12 से 14 क्विंटल की पैदावार ली है। औसतन प्रति बीघा 40 से 50 हजार रुपये मुनाफा मिला है। इसी बीच खेत खाली होने पर धनिया, शलजम और मूली की पैदावार अलग से लेते हैं। पिता रामधन, माता पुष्पा और पत्नी बबली खेतों में मेहनत करने में साथ रहते हैं। परिवार का कहना है कि खेती में उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। कम जोत के किसान खेती को अपनाकर अपनी लागत कम कर सकते हैं।












