महराजगंज: गड़ौरा मिल प्रबंधन ने पेराई की तैयारियां शुरू कर दी है, और इससे किसानों में ख़ुशी की लहर है। मिल शुरू होने से इस क्षेत्र गन्ने का रकबा बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार,गड़ौरा चीनी मिल की पेराई क्षमता प्रतिदिन 45 हजार क्विंटल है। समय से गन्ना मूल्य भुगतान नहीं करने से गन्ना आयुक्त ने पिछले पेराई सीजन में गड़ौरा मिल को गन्ना नहीं दिया। गन्ना आयुक्त के इस निर्णय से किसान बुरी तरह से फंस गए।नतीजन गड़ौरा, ठूठीबारी क्षेत्र के अधिकतर किसानों ने गन्ना लगाना ही छोड़ दिया।
गड़ौरा मिल के चालू होने की खबर सुनकर किसान काफी खुश है। कई किसान अब शरदकालीन गन्ने की बुआई करने की तैयारी में लगे हुए हैं। मिल के चलने से कर्मचारियों का बकाया भुगतान भी धीरे-धीरे होने की उम्मीद है। जिला गन्ना अधिकारी ओमप्रकाश सिंह यादव ने कहा की,गड़ौरा मिल पर गन्ना मू्ल्य के रूप में किसानों की अब कोई देनदारी नहीं है। देनदारी समाप्त होने के बाद प्रबंधन मिल को चालू करना चाहता है। ऐसे में आगामी पेराई सीजन में गड़ौरा मिल को गन्ना मिलने की पूरी उम्मीद है।