कुशीनगर : जिले के तीन लाख से अधिक गन्ना किसानों ने छठे चरण के मतदान से पहले डीजल पर सब्सिडी और बीज खरीदने के लिए ऋण की मांग की है। किसानों ने कहा है कि, पिछले दो वर्षों में अत्यधिक बारिश के कारण उन्हें भारी नुकसान हुआ है, जिससे पूरे जिले में फसलों का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।
ANI में प्रकाशित खबर के मुताबिक, फसल कम होने के कारण केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) के तहत लिए गए ऋण को चुकाने में विफल रहने वाले किसानों ने कहा कि, अब उन्हें केसीसी योजना के तहत कोई ऋण नहीं मिलेगा। राज्य में ‘प्रारंभिक किस्म’ की दर, जिसे सर्वोत्तम किस्म भी माना जाता है, ₹350 प्रति क्विंटल है, जबकि ‘अस्वीकार किस्म’ (निम्न ग्रेड) ₹340 प्रति क्विंटल है। लेकिन खाद और उर्वरकों की कीमत भी बढ़ने से किसानों को नुकसान ही उठाना पड़ रहा है। 2017 के विधानसभा चुनावों में, कुशीनगर निर्वाचन क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा जीता गया था। भाजपा के रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राजेश प्रताप राव उर्फ ‘बंटी भैया’ को 48,103 मतों के अंतर से हराया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार दुबे ने समाजवादी पार्टी (सपा) के एनपी कुशवाहा उर्फ ‘नथुनी प्रसाद कुशवाहा’ को हराकर कुशीनगर लोकसभा (एमपी) सीट से 3,37,560 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। इस बार बीजेपी के पीएन पाठक सपा के राजेश प्रताप राव के खिलाफ मैदान में हैं।