लखनऊ: प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास/अध्यक्ष,मा. गवर्निंग बाडी उ.प्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहॉपुर श्री संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता में आज गन्ना आयुक्त कार्यालय के सभागार में उ.प्र. गन्ना शोध परिषद की गवर्निंग बाडी की बैठक का आयोजन किया गया। गवर्निंग बाडी की आज आयोजित बैठक में उ.प्र. गन्ना शोध परिषद द्वारा अभिजनक गन्ना बीज हेतु बुआई, अभिजनक बीज की उपलब्धता एवं अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर समीक्षा की गई।
मा. गवर्निंग बाडी की बैठक के दौरान उ.प्र. गन्ना शोध परिषद की उपलब्धियों एवं प्रस्तावों को प्रस्तुत करते हुए निदेशक, श्री वी.के. शुक्ल द्वारा मा. गवर्निंग बाडी को अवगत कराया गया कि वर्ष 2021-22 में 1,31,365 कु. अभिजनक बीज का वितरण किया गया तथा 2,41,17,142 सिंगल बड वितरित की गई। वर्ष 2022-23 में बीज वितरण हेतु 255 हे. क्षेत्रफल में अभिजनक बीज गन्ना की बुआई की गई है, जिसके लिए शोध परिषद के 09 केन्द्रों, गन्ना बीज निगम बरेली एवं भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के फार्मो तथा 17 निजी व सहकारी चीनी मिलों के फार्मो पर पौधशालाएं स्थापित करायी गई है, जिससे गन्ना कृषकों को निकटतम एवं अधिकाधिक अभिजनक बीज की उपलब्धता कराई जा सके।
मा. गवर्निंग बाडी की बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव/अध्यक्ष गवर्निंग बाडी द्वारा निर्देश दिये गये कि उ.प्र. गन्ना शोध परिषद द्वारा गन्ना किसानों हेतु लोकप्रिय किस्मों के अभिजनक बीज गन्ना की समुचित उपलब्धता हेतु चीनी मिल फार्मो का उचित उपयोग किया जाय एवं इस संबंध में अभिजनक बीज की उपलब्धता बढ़ाये जाने, गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन करने एवं प्रगतिशील कृषकों द्वारा बीज गन्ना उत्पादन के संबंध में अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट देने हेतु विशेष सचिव, उ.प्र. शासन की अध्यक्षता में एक समिति का गठन भी किये जाने के निर्देश दिये गये। अध्यक्ष द्वारा उ.प्र. गन्ना शोध परिषद को अपनी आय बढ़ाने के संबंध में कार्यक्रम बनाकर लागू करने हेतु भी निर्देशित किया गया।
गन्ना आयुक्त, कार्यालय के सभागार में आज आयोजित हुई उ.प्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहॉपुर की गवर्निंग बाडी की बैठक में डा. रूपेश कुमार, अपर गन्ना आयुक्त, प्रशासन, डा.ए.डी. पाठक, निदेशक, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ, श्री सुशील कुमार शुक्ल, उप सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग, उ.प्र. शासन एवं उ.प्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहॉपुर के निदेशक व श्री उमेशचन्द्र, लेखाधिकारी सहित गन्ना आयुक्त कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।