रुड़की : उत्तराखंड में गन्ना पेराई सीजन अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है, और गन्ने की कमी से मिलें अपने गन्ना सेंटर बंद कर रही है। दूसरी ओर बकाया भुगतान को लेकर कांग्रेस और किसान संगठनों का आंदोलन चल रहा है। लक्सर चीनी मिल गन्ना आपूर्ति में कमी को लेकर 36 से अधिक गन्ना सेंटरों को बंद करने की तैयारी में लगा है। लक्सर मिल को गन्ना समिति के अलावा ज्वालापुर, इकबालपुर, लिब्बरहेड़ी व उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद गन्ना समिति द्वारा भी गन्ने की आपूर्ति की जाती है। इन समितियों से गन्ना खरीदने के लिए मिल ने 101 सेंटर लगाए गए है। वर्तमान में रोजाना लगभग 80 हजार से अधिक क्विंटल गन्ने की पेराई की जा रही है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर मुताबिक, मिल के गन्ना महाप्रबंधक पवन ढींगरा ने कहा कि,फिलहाल लक्सर गन्ना समिति के सभी सेंटरों से मिल को पर्याप्त मात्रा में गन्ने की आपूर्ति हो रही है। बाहरी सेंटरों पर कई दिनों से गन्ने की आवक कम होना शुरू हो गई है। अगले एक-दो दिनों में 45 सेंटरों को बंद किया जा सकता है।