विजयवाड़ा : चक्रवाती तूफान आसनी (Cyclone Asani) के प्रभाव में हुई बारिश ने आंध्र प्रदेश में करीब 30,000 हेक्टेयर में कृषि और बागवानी दोनों फसलों को प्रभावित किया है। बारिश का असर कपास, गन्ना, रागी आदि पर पड़ा है। प्रारंभिक आकलन के आधार पर, धान 30,225 हेक्टेयर, मक्का 6,095 हेक्टेयर, काला चना 3,882 हेक्टेयर, मूंगफली 875 हेक्टेयर, तिल 589 हेक्टेयर, 200 हेक्टेयर सूरजमुखी, 150 हेक्टेयर में बंगाल चना प्रभावित हुआ है। राज्य में रबी सीजन के दौरान 8,22,994 हेक्टेयर में कई किस्मों की फसलों की बुवाई की गई। फसलों की कटाई 6,27,712 हेक्टेयर में की गई थी, जबकि अभी लगभग 1,95,282 हेक्टेयर में खड़े फसलों की कटाई की जानी बाकी है। राज्य में अब तक तूफान से प्रभावित हुई फसलों का कुल क्षेत्रफल 16,997 हेक्टेयर है।
कृषि अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों में क्षेत्र का दौरा कर प्रभावित फसलों की विस्तृत गणना कर रहे हैं। चक्रवात आसनी की वजह से फसलों के प्रभावित होने का सिर्फ प्रारंभिक आकलन किया जा रहा है। अगर बारिश रुक जाती है और खेतों से पानी कम हो जाता है, तो प्रभावित फसलें बिना किसी नुकसान के जीवित रह सकती हैं। बागवानी के संबंध में, प्रारंभिक आकलन के आधार पर, 13,720 हेक्टेयर में फैली फसलों को 33 प्रतिशत से अधिक की क्षति हुई है, जिससे 21,044 किसान प्रभावित हुए हैं। सरकार का अनुमान है कि, प्रभावित किसानों को 2,889 लाख रुपये की इनपुट सब्सिडी दी जाएगी। राज्य के अधिकांश जिलों के 178 मंडलों में केला, पपीता, मिर्च, आम, टमाटर, सहजन, अमरूद, अनार, अम्लीय चूना, ताड़ के तेल, नारियल, सुपारी और सब्जियों जैसी बागवानी फसलों को नुकसान हुआ है।