चीनी मिलों और गन्ना किसानों से किए हर वादे को समय पूर्व पूरा किया गया: कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही

लखनऊ, 20 दिसम्बर: उत्तर प्रदेश में विधानसभा सत्र चल रहा है। किसानों के मुद्दों पर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरु कर दिया है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष सुखराम सिंह ने लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उद्योगपतियों का हित देख रही है, किसानों का कोई ध्यान नहीं रख रही है। सुखराम सिंह ने कहा कि सूबे में गन्ना पैराई सत्र चल रहा है। किसान परेशान है। सड़क से विधानसभा तक किसानों की आवाज़ दबाई जा रही है। सरकार ने लगातार दो साल से गन्ने के दाम नहीं बढ़ाये है। सदन में सदस्यों को गन्ना किसानों के मुद्दे पर बोलने नहीं दिया जा रहा। हमारे समय में विधान परिषद में सबको बोलने का अवसर दिया जाता था। गाँव, गरीब और किसान हमारी प्राथमिकता में थे। आज की सरकारों के लिए किसान कोई मुद्दा ही नहीं रहा है। सुखराम सिह ने योगी सरकार पर आरोप लगाया किस सरकार की ग़लत नीतियों से गन्ना किसान परेशान हैं, चीनी मिलों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगती। सुखराम सिंह ने कहा कि विपक्ष की आवाज़ को दबाने से गन्ना किसानों की आवाज़ नहीं दब नहीं पाएगी। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के कायाकल्प की सरकार सिर्फ़ घोषणा कर रही है, लेकिन मशीने लगाने और मिलों के नवीनीकरण व आधुनिकीकरण के लिए पैसा नहीं दे रही है। चीनी मिलें बदहाली के कगार पर है और सरकार कह रही है मिलों का आधुनिकीकरण हो रहा है। गन्ना किसानों और चीनी मिलों को अच्छे दिनों का इन्तज़ार है।

सरकार की तरफ़ पक्ष रखते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि विपक्ष का काम आरोप लगाना है। उनके पास काम नहीं है। जब ये सत्ता में थे तब चीनी मिलों की औने पौने दामों में नीलामी करने में व्यस्त थे आज इनको किसानों की याद आ रही है। शाही ने कहा कि 2017 से योगी सरकार ने चीनी मिलों के विकास के लिए कई नीतियाँ और योजनाएं बनाई है, जिसके कारण न केवल चीनी मिलों का कायाकल्प हुआ है बल्कि बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से शुरु करने का काम भी हुआ है। सरकार की नीतियों और योजनाओं की वजह का ही असर है कि एक और जहां पूरे देश में चीनी का उत्पादन कम होने की खबर आ रही है वहीं उत्तर प्रदेश में अभी तक चीनी का उत्पादन बढ़ने की खबरें सामने आ रही है। 15 दिसम्बर तक के उत्तर प्रदेश चीनी उत्पादन के अनुमानों में बीते साल की तुलना में भी प्रदेश में 2.3 लाख टन अधिक चीनी का उत्पादन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि योगी सरकार के प्रयासों से गन्ना किसानों को बीते दो सालों में 76,420 करोड़ रुपयों का गन्ना बकाया चीनी मिलों द्वारा दिलवाया गया है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
कृषि मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने चुनाव पूर्व में गन्ना किसानों और चीनी मिलों से किए हर वादे को समय पूर्व पूरा किया है।

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