IEA ने 20 प्रतिशत सम्मिश्रण लक्ष्य के चलते भारत में उच्च एथेनॉल मांग की भविष्यवाणी की

नई दिल्ली : अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने कहा कि भारत, ब्राजील और इंडोनेशिया द्वारा 2023-24 में एथेनॉल की मांग में वृद्धि होने की संभावना है। आईईए ने जून 2023 के लिए अपने नवीकरणीय ऊर्जा बाजार अद्यतन में कहा, तीनों देशों के पास पर्याप्त घरेलू फीडस्टॉक, अतिरिक्त उत्पादन क्षमता, अपेक्षाकृत कम उत्पादन लागत और नीतियों का एक पैकेज है जिसका वे मांग बढ़ाने के लिए लाभ उठा सकते हैं।

IEA की रिपोर्ट जैव ईंधन पर भारत की राष्ट्रीय नीति के अनुरूप है, जिसे पिछले साल संशोधित किया गया था ताकि 2030 से वित्त वर्ष 2026 तक पेट्रोल में एथेनॉल (E20) के 20 प्रतिशत सम्मिश्रण के लक्ष्य वर्ष को आगे बढ़ाया जा सके। आईईए ने कहा कि, जहां जैव ईंधन ऊर्जा सुरक्षा लाभ प्रदान करते हैं, वहीं कई देशों में पेट्रोल और डीजल की तुलना में उनकी कीमतें तेजी से चढ़ती हैं। बायोफ्यूल की कीमत 2022 में चरम पर थी और तब से इसमें गिरावट आई है।

भारत में, किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए गन्ना और खाद्यान्न जैसे कच्चे माल की कीमत तय की जाती है। भारत में गन्ना आधारित एथेनॉल की कीमत 62.65 रुपये प्रति लीटर है, जबकि ब्राजील में एथेनॉल की कीमत 49.88 रुपये ($0.606) प्रति लीटर है। शुरुआती चुनौतियों के बावजूद, एक सफल E20 कार्यक्रम भारत के सालाना 4 अरब डॉलर (30,000 करोड़ रुपये) बचा सकता है। नीति आयोग के E20 रोडमैप में अप्रैल 2025 से E20-ट्यून इंजन वाहनों का उत्पादन शामिल है। इसने एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए मक्का और गैर-चीनी खाद्यान्नों में धीरे-धीरे विविधीकरण की सिफारिश की।

अनाज आधारित डिस्टलरी के लिए हालिया ब्याज सब्सिडी प्रोत्साहन से E20 लक्ष्यों को सहायता मिलनी चाहिए। इसके अतिरिक्त 2030 तक बायोडीजल को डीजल में मिलाने और बायोडीजल की सीधी बिक्री का प्रस्ताव है।इसके अलावा, रासायनिक और दवा उद्योग क्षेत्र में एथेनॉल का व्यावसायिक उपयोग किया जा सकता है। IEA ने भविष्यवाणी की है की, केंद्र सरकार के प्रोत्साहन और बढ़ती ऊर्जा सुरक्षा चिंताओं के चलते भारत में जैव ईंधन उद्योग प्रगति पथ पर मार्गक्रमण करेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here