उत्तराखंड: चीनी मिल का गन्ना पेराई सत्र जल्द समाप्त होने के कगार पर

ऋषिकेश : राज्य में कई मिलों का पेराई सीजन अपने अंतिम दौर में पहुंच चूका है, और अब किसानों ने खेतों में गन्ना बुवाई की गति बढ़ा दी है। मिल बंद होने से पहले किसान बुवाई कर बचे गन्ने की आपूर्ति को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे है।

‘अमर उजाला’ में प्रकाशित खबर के अनुसार, कम गन्ना उत्पादन समेत कई अन्य कारणों से इस बार चीनी मिल का गन्ना पेराई सत्र जल्द समाप्त होने के कगार पर है। अभी तक चीनी मिल लगभग 19 लाख क्विंटल गन्ना पेराई कर चुकी है।क्षेत्र के किसान तेजी से गन्ना बुवाई में लगे हुए हैं।डोईवाला परिक्षेत्र में साढ़े सात हजार सक्रिय गन्ना किसान हैं।

गन्ना किसान अपने खेतों में बीज तैयार करने के अलावा प्रमाणित बीज की भी बुवाई करते हैं। किसान बुवाई मिल के पेराई सत्र के दौरान ही करते हैं। जिससे बचा गन्ना मिल को आपूर्ति किया जा सके। अब मिल का पेराई सत्र समाप्त होने के कगार पर है। यदि बारिश से खलल नहीं पड़ा तो जो बुवाई अप्रैल के प्रथम सप्ताह तक चलती थी, वह मार्च के पहले सप्ताह में हो जाएगी। जिसे मिल के पेराई सत्र के जल्द समाप्त होने से जोड़कर देखा जा रहा है।

दिनेश प्रताप सिंह, अधिशासी निदेशक शुगर मिल, डोईवाला ने कहा की गन्ना उत्पादन में कमी समेत कई अन्य कारणों से मिल को कम गन्ना आपूर्ति हो रहा है। हरिद्वार जनपद के कुछ गन्ना क्रय केंद्र बंद हो रहे हैं। ऐसे में मिल के पेराई सत्र को अधिक दिनों तक आगे ले जाना उचित नहीं होगा। किसानों से मिल में जल्द से जल्द गन्ना आपूर्ति करने को कहा जा रहा है।

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