लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गन्ना किसान और लंबित बकाया मुद्दा राजनितिक तूल पकड़ रहा है। प्रदेश के सभी राजनीतिक दल, किसान संघठन इस मामले पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहें है। कांग्रेस ने भी गन्ना किसानों के मुद्दे पर आक्रामक रुख़ अपनाया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्य के गन्ना विकास और चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा से अपील की कि, भारी बारिश के कारण गन्ने की फसल के नुकसान के लिए किसानों को सरकार की तरफ से पर्याप्त मुआवजा दिया जाना चाहिए और चीनी मिलों को लंबित भुगतान के लिए निर्देश देने चाहिए।
मंत्री राणा को भेजे गए पत्र में, लल्लू ने कहा है कि राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश के चलते जलभराव के कारण गन्ने की फसल को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि, अब तक प्रभावित किसानों को मुआवजे के भुगतान के संबंध में कोई आश्वासन नहीं दिया गया है। किसान एक साथ कई संकटों का सामना कर रहे हैं। सबसे पहले तो उन्होंने भारी बारिश के कारण अपनी फसल खो दी है, और उन्हें चीनी मिलों से अपना बकाया भी नहीं मिल रहा है। लल्लू ने कहा कि, राज्य में गन्ना किसानों की बेहतरी के लिए उनके पत्र में सात मुद्दें उठाएं गयें हैं। इनमें प्रमुख मुद्दे हैं, बंद चीनी मिलों को फिर से शुरू करना, सरकारी सर्वेक्षण के निष्कर्षों के अनुसार किसानों को मुआवजा, फ़सल बीमा योजना के दायरे में गन्ने की फसल को शामिल करना, गन्ने का मूल्य 450 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाना आदि मुद्दे शामिल है।
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