वर्तमान में ग्राहक गुणवत्ता की मांग कर रहे हैं और उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्ता से अधिक महत्वपूर्ण कोई अन्य मुद्दा नहीं है: पीयूष गोयल

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, वाणिज्य व उद्योग और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि वर्तमान में ग्राहक गुणवत्ता की मांग कर रहे हैं और उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्ता से अधिक महत्वपूर्ण कोई अन्य मुद्दा नहीं हो सकता। केंद्रीय मंत्री ने आज नई दिल्ली में आयोजित 44वें आईएसओ कोपोल्को की वार्षिक पूर्ण बैठक (प्लेनरी) के उद्घाटन भाषण में कहा कि भारत गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करके एक राष्ट्र के रूप में अपने भविष्य को काफी प्रभावित कर सकता है।

श्री पीयूष गोयल ने कहा कि उपभोक्ता अधिकार, सुरक्षा और संतुष्टि सभी गुणवत्ता पर निर्भर हैं और काफी अधिक वैश्वीकृत व प्रौद्योगिकी-समर्थित विश्व में यह बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और सेवाओं को प्राप्त करना, उपभोक्ताओं की सबसे बड़ी चिंता है और इस मूल जरूरत के पूरा होने पर ही उपभोक्ता संतुष्ट हो सकते हैं।

उन्होंने कहा कि उपभोक्ता संरक्षण शासन का एक अभिन्न अंग है। श्री गोयल ने इसका उल्लेख किया कि इसे अथर्ववेद और अर्थशास्त्र जैसे प्राचीन ग्रंथों में मान्यता दी गई थी और वर्तमान में सरकार केवल इस चेतना को वापस लाने का प्रयास कर रही है। श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि उपभोक्ता अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और सरकार को उपभोक्ता समृद्धि के साथ-साथ उपभोक्ता संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा, इसे देखते हुए एक उत्तरदायी प्रशासन स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मंत्री ने आगे कहा कि उपभोक्ता संरक्षण के लिए नीतियां बनाने में सामर्थ्य, व्यावहारिकता और पूरकता के मुद्दे भी महत्वपूर्ण हैं। चूंकि भारत का हर एक निवासी एक उपभोक्ता है, इसे देखते हुए उन्होंने उपभोक्ता मामले विभाग पर अपना दृढ़ विश्वास व्यक्त किया। श्री गोयल ने कहा कि भारत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में उपभोक्ता मामले विभाग और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मौजूदा सरकार जल्द ही समाज के हर वर्ग की सेवा करते हुए और 140 करोड़ भारतीयों के जीवन में बदलाव लाने वाले 9 साल पूरे कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि इस सरकार का एकमात्र ध्यान भारत के खोए हुए गौरव को फिर से प्राप्त करना और भारत की कहानी को मजबूत करना रहा है।

इसके अलावा मंत्री ने बताया कि सरकार निवेश आकर्षित करने, बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय व्यापार और वैश्विक स्तर पर भारत को एक महत्वपूर्ण राष्ट्र बनाने पर भी जोर दे रही है। इस नौ साल की यात्रा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि शासन की गुणवत्ता इसका एक महत्वपूर्ण पहलू रहा है। श्री गोयल ने रेखांकित किया कि भारत के व्यवसायों व अंतरराष्ट्रीय व्यापार में बढ़ोतरी और अधिक निवेश आकर्षित करने की क्षमता एक ‘प्रसन्न और संतुष्ट उपभोक्ता’ पर केंद्रित है।

श्री गोयल ने कहा कि बाजारों को आकार देने और आर्थिक विकास को गति देने में गुणवत्ता व उपभोक्ता अपनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। मंत्री ने महात्मा गांधी को उद्धृत करते हुए कहा, “ग्राहक हमारे प्रतिष्ठानों के सबसे महत्वपूर्ण आगंतुक है और हम उन पर निर्भर हैं।” उन्होंने आगे कहा कि व्यवसायों को समय की मांग और ग्राहकों की अपेक्षाओं को प्रतिबिंबित करना चाहिए।

मंत्री ने कहा कि भारत आज विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और अगले कुछ वर्षों में यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। श्री गोयल ने बड़ी संख्या में प्रतिभाओं की मौजूदगी और कौशल पर जोर दिया, जो कि भारत की ताकत हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक ‘उज्ज्वल स्थल’ है, जिसे विश्व के नेताओं और बहुपक्षीय संस्थानों से मान्यता प्राप्त है और लगभग हर विकसित देश भारत के साथ व्यापार करना चाहता है।

श्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में बीआईएस द्वारा आयोजित 44वें आईएसओ कोपोल्को की वार्षिक पूर्ण बैठक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण व पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे, केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण व ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, आईएसओ महासचिव श्री सर्जियो मुजिका, उपभोक्ता मामले के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह, कोपोल्को की अध्यक्ष श्रीमती सैडी डेंटन और उपभोक्ता मामलों के विभाग व बीआईएस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

(Source: PIB)

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