गन्ने का सर्वे न करने पर आयुक्त ने चार मिलों को थमाया नोटिस

बाजार में चीनी के घटते दामों के चलते चीनी मिलों सहित लाखों गन्ना किसान भुगतान की समस्या से जूझ ही रहे हैं, जिसके निराकरण को अभी ठोस रणनीति नहीं बन पाई है। वहीं किसानों का दर्द बढ़ाने के लिए एक और संकट सामने आ गया है। निजी क्षेत्र की चार चीनी मिलों ने अगले पेराई सत्र में मिल चालू न करने के संकेत दिए हैं, जिसके लिए मिल मालिकों ने गन्ने का सर्वे न कराने की रणनीति भी बना ली है। गन्ना आयुक्त ने एक पखवाड़ा बीतने पर सर्वेक्षण शुरू न कराने वाली चारों चीनी मिलों के अध्यासियों को नोटिस भेजा है।
जनपद की नौ चीनी मिलों में से सात निजी क्षेत्र की मिलें संचालित हैं, जिनमें चार मिलों कुंभी, गुलरिया, ऐरा और अजवापुर ने गन्ना का सर्वेक्षण शुरू नहीं किया है। जबकि गन्ना आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने पेराई सत्र 2018-19 के लिए नौ मई 2018 को गन्ना सर्वेक्षण नीति जारी कर दी थी, जिसमें अलग-अलग कार्यक्रम निर्धारित करते हुए सर्वे कार्य 30 जून 2018 तक पूर्ण कराने के आदेश दिए हैं। इसके बाद डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने भी 16 मई को गन्ना विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों और चीनी मिल अधिकारियों के साथ बैठक कर सर्वेक्षण समय से पूरा कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन एक सप्ताह बीतने के बाद भी चार मिलों कुंभी, गुलरिया, ऐरा और अजवापुर ने अभी तक सर्वे शुरू नहीं किया है। इससे सर्वे कार्य में देरी होने के पूर आसार बन गए हैं। तो वहीं किसानों के हितों के लिहाज से यह गतिरोध अधिकारियों के गले की फांस साबित हो सकता है। वजह है कि गन्ना मूल्य भुगतान न मिलने से परेशान किसानों के लिए सर्वे न होना सदमें से कम नहीं है। मिलों के अधिकारी चीनी के रेट गिरने से मिल को घाटे का हवाला देते हुए अगले सत्र में पेराई न करने की घुड़की दे रहे हैं।

लाखों किसान होंगे प्रभावित
जल्द सर्वे कार्य शुरू न हुआ, तो किसानों में अफरा-तफरी मच सकती है, क्योंकि इन चार मिलों पर लाखों गन्ना किसान निर्भर होकर गन्ने की बुवाई कर चुके हैं। सर्वे में देरी होने से मिलें पेराई चालू करने का समय आगे खिसका सकती है, जिससे भी किसानों को नुकसान होगा।

पांच मिलें हुई बंद, चार चालू
पेराई सत्र 2017-18 में अब तक पांच मिलें पलिया, खंभारखेड़ा, ऐरा, बेलरायां और संपूर्णानगर बंद हो चुकी हैं। अभी गोला, अजवापुर, कुंभी और गुलरिया मिलें पेराई कर रही हैं, क्योंकि इनके क्षेत्र में 17.52 लाख क्विंटल गन्ना खेतों में खड़ा है, जिसकी पेराई करने के बाद ही मिलें बंद होंगी।

गन्ने का सर्वे शुरू न करने वाली चार मिलों को गन्ना आयुक्त की ओर से नोटिस भेजी गई है, जिसमें तुरंत सर्वे प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। समय से सर्वे कार्य पूरा कराया जाएगा। – ब्रजेश कुमार पटेल, जिला गन्ना अधिकारी

SOURCEAmarujala

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