उत्तर प्रदेश में चीनी उद्योग रिकॉर्ड उत्पादन और कीमतों में गिरावट के कारण परेशानी

देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश चीनी उत्पादन में एक महत्वपूर्ण राज्य है. प्रस्तुत समय में चीनी उद्योग संकट से गुजर रहा है. ऐसी स्थिति में चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन और गिरते दाम के बीच इस साल यानी २०१७ और १८ का उत्तर प्रदेश का चीनी मिलों का मौसम गत सप्ताह में खत्म हुआ. इस वर्ष उत्तर प्रदेश में ११८४.५४ लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ है. इस साल उत्तर प्रदेश के ११९ चीनी मिलें पुरे मौसम में चीनी उत्पादन में कार्यरत रही. इसमें २४ को-ओंपरेटिव यानी सहकारी चीनी मिलें और ९५ निजी चीनी मिलों का योगदान रहा. दुनिया के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादन देश भारत में, उत्तर प्रदेश का चीनी के उत्पादन में महत्वपूर्ण स्थान रहा है. उत्तर प्रदेश के देवरिया, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य उत्तर प्रदेश, पूर्व उत्तर प्रदेश इन ४ विभागों में स्थित ११९ चीनी मिलों ने १०९००.८० लाख क्विंटल गन्ना खरीद कर कुल १०८९१.९१ लाख क्विंटल गन्ने का क्रशिंग लगभग ११८४.५४ लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है.

गत नवंबर से शुरू हुए इस मौसम में लगभग १०९००.८० लाख क्विंटल गन्ने का क्रशिंग हुआ है. इसमें सर्वाधिक मध्य उत्तर प्रदेश के ५३ चीनी मिलों ने ५२२३.०७ लाख क्विंटल गन्ने का क्रशिंग करते हुए कुल ५७७.५५ लाख क्विंटल चीनी उत्पादन करते हुए मध्य उत्तर प्रदेश विभाग राज्य में अव्वल स्थान पर रहा. इसके बाद पूर्व उत्तर प्रदेश विभाग के ३३ चीनी मिलोंने लगभग ३२६२.७१ लाख क्विंटल गन्ने का क्रशिंग कर कुल ३५४.१५ लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है. वहीँ पश्चिमी उत्तर प्रदेश विभाग में स्थित ३३ चीनी मिलों कुल २४०६.१३ लाख क्विंटल गन्ने का क्रशिंग कर लगभग २२५२.८४ लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है. तथा देवरिया विभाग के ८ चीनी मिलों ने ४१२.३२ लाख क्विंटल गन्ने का क्रशिंग करते हुए कुल ४३.४९ लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है. इस साल गन्ने से चीनी का औसत उत्पादन १०.८८ प्रतिशत रहा. जबकि गत वर्ष यानी २०१६-१७ के मौसम में राज्य के ११६ चीनी मीलों ने कुल ८२४७.४४लाख क्विंटल गन्ने का क्रशिंग कर १०.६१ औसत से लगभग ८७४.८५ लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया था.

SOURCEChiniMandi

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