मुजफ्फरनगर: गन्ने की कमी, दो चीनी मिलों ने बंद करने का नोटिस जारी कर दिया

मुजफ्फरनगर : जिले गन्ना पेराई सीजन अंतिम चरण में पहुंच चूका है, और गन्ने की कमी के चलते दो चीनी मिलों ने मिल बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है। इस बार जिले में गन्ने का क्षेत्रफल तो बढ़ा जो एक लाख 71 हजार हेक्टेयर से एक लाख 76 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया, लेकिन उत्पादन घट गया है। उत्पाद घटने से मिलों को पिछले साल के मुकाबले गन्ने की कम आपूर्ति हो रही थी। कुछ मिलें पिछले कुछ दिनों से ‘नो केन’ हो रही थी।

अमर उजाला में प्रकाशित खबर के मुताबिक, पिछले वर्ष 10 करोड़ 36 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई चीनी मिलों ने की थी। इस वर्ष अब तक सात करोड़ 71 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई है। जिले की भैसाना और टिकौला में 11वां पक्ष चल रहा है। 10 अप्रैल तक मिल बंद होने की संभावना है। खतौली, मंसूरपुर, तितावी और मोरना अप्रैल के अंत तक चल सकती हैं। इन चारों चीनी मिलों का दसवां पक्ष चल रहा है।

खाइखेड़ी ने 24 मार्च और रोहाना ने 28 मार्च का नोटिस चीनी मिल के बाहर चस्पा कर दिया है। टिकौला और भैसाना चीनी मिल के 10 अप्रैल तक बंद होने की संभावना है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 15 साल बाद मार्च माह में चीनी मिल बंद किए जाने की तैयारी है। जिले में आठ चीनी मिले हैं। प्रतिवर्ष चीनी मिलों के सत्र का समापन 15 अप्रैल के बाद से लेकर मई के दूसरे सप्ताह तक होता रहा है। इससे पहले 2009-10 में गन्ने को लेकर चीनी मिलों और कोल्हुओं में ‘प्राइस वॉर’ हुई थी। तब मार्च माह में मिलें बंद हुई थीं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here