बेमौसम बारिश: पीलीभीत प्रशासन गन्ने समेत अन्य फसल क्षति का आकलन करेगा

पीलीभीत: पिछले दो दिनों में 30 मिमी से अधिक की बेमौसम भारी बारिश के बाद किसानों द्वारा उनकी फसलों को भारी नुकसान का आरोप लगाने के बाद जिला कृषि अधिकारी डॉ विनोद यादव ने बीमित फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए समीक्षा समितियों का गठन किया। सात ब्लॉक क्षेत्रों के लिए एक-एक समिति का गठन किया गया, जिसमें जिला कृषि विभाग, राजस्व विभाग और फसल बीमा कंपनी के अधिकारी शामिल है। ये समितियां गुरुवार से काम करना शुरू कर देंगी और एक सप्ताह के भीतर जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगी। किसानों ने बताया कि भारी बारिश से जिले भर में खड़ी गेहूं, तोरिया-सरसों और मसूर की फसल को भारी नुकसान हुआ है।इसके अलावा, बारिश ने 37,500 हेक्टेयर में पूरी हुई गन्ने की वसंत बुवाई को भी बिगाड़ दिया।

गेहूँ का दाना जो चपटा हो गया है।कुल नुकसान 30 से 35 प्रतिशत तक जा सकता है।’ गौरतलब है कि जिला कृषि विभाग में पंजीकृत कुल 2,22,160 किसान परिवारों में से केवल 12,698 किसानों ने ही अपनी गेहूं की फसल का बीमा कराया था। मौजूदा रबी सीजन के दौरान जिले के 1,39,795 हेक्टेयर में बोई गई गेहूं की फसल अधिकांश हिस्सों में चौपट हो गई है।

जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार शर्मा ने कहा, ‘हाल ही में बोई गई गन्ना फसल अंकुरित नहीं हुई है, और वह खराब हो सकती है। बारिश खत्म होने के बाद धूप के दिनों में मिट्टी की परतें सख्त हो जाएंगी, जो अंकुरण की प्रक्रिया को बाधित करेंगी। उन्होंने कहा कि जिले में लगभग दो लाख गन्ना किसान हैं और उनमें से किसी ने भी फसल बीमा का लाभ नहीं लिया है।

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